*जल जीवन मिशन के कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी निर्धारित मापदंड में नहीं खोदे जा रहे गड्ढे, बारिश में जगह-जगह जलभराव, ग्रामीणों ने की
बैकुंठपुर। प्रदेश में घर-घर जल पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन में
अनियमितता बरती जा रही है। जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत सलका में
जल जीवन मिशन के अंतर्गत पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है, लोगों को उनके घर
तक जल पहुंचने के लिए पीएचई विभाग को इस योजना का नोडल बनाया गया है। आलम यह है कि
ठेकेदार द्वारा पाइपलाइन बिछाने के लिए जेसीबी से करीब डेढ़ से दो फीट ही गहरा गड्ढा खोदा जा
रहा है यहां तक की जेसीबी से खोदे जा रहे गड्ढे की ड्रेसिंग भी नहीं की जा रही। इससे कई जगहों
पर खोदे जा रहे गड्ढे एक समान न होकर कहीं ऊंचे तो कहीं गहरे बने हुए हैं। इन गड्ढों में जैसे-
तैसे एचडीपीई पाइप को रखकर मिट्टी डाली जा रही है। जिससे पाइप कहीं मुड़े हुए तो कहीं धनुष के
आकार जैसे बन गए हैं। तकनीकी जानकारों की माने तो बगैर ड्रेसिंग किए गए गड्ढे में पाइप लाइन
बिछाने के कई दुष्प्रभाव भविष्य में देखने को मिलेंगे इनमें लीकेज तथा असमान पानी की सप्लाई
आदि की समस्याएं मुख्य होगी। जानकारी के अनुसार उक्त क्षेत्र में कार्य करने के लिए ठेकेदार ने
पेटी ठेकेदार को ठेका दे दिया है। ऐसे में पेटी कांट्रेक्टर, मुख्य कांट्रेक्टर व अपनी मार्जिन निकालने
के बाद बचत रकम से गुणवत्ताहीन कार्य करने में लगे हुए हैं। जानकारी के अनुसार एक ऐसा ही
मामला जिले के ग्राम खड़गवां तहसील का भी है, जहां कहीं पाइपलाइन डालने बगैर ड्रेसिंग किए कम
गहराई का गड्ढा खोदकर खुदाई का खर्चा बचाया गया है। लोगों की माने तो एस्टीमेट के अनुरूप
कार्य न करके ठेकेदार और अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। इसके साथ ही गांव की सड़क
किनारे खोदे जा रहे गड्ढे की मिट्टी सड़क पर ही डाल दी गई है। ऐसे में बारिश होने के बाद सड़क
पर कीचड़ बन गया है जिससे दुपहिया वाहन चालक और पैदल चलने वाले गिरकर घायल हो रहे हैं।
वहीं घरों और दुकानों के सामने पाइपलाइन बिछाने के लिए गड्ढा खोदने के बाद कई जगहों पर उसे
पाटा भी नहीं जा रहा जिससे ग्रामीण खुद ही गड्ढे को काटने के लिए विवश हैं।
गांव में सूचना फलक नहीं-
विभाग को कार्य में पारदर्शिता लाने निर्माण स्थल पर सूचना फलक लगाना है। ग्राम पंचायत सलका
में जल जीवन मिशन का काम जारी है, लेकिन कहीं भी सूचना फलक नहीं है। बताया गया है कि
गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्यों की पोल न खुल जाए। ग्रामीण तथ्यों को न जान जाए, इसलिए सूचना
फलक नहीं लगाया जा रहा है। सब स्टैंडर्ड वर्क या निर्धारित मानदंडों से कम गुणवत्ता के कार्य को
बेखौफ अंजाम दिया जा रहा है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत विभाग ने मुख्य ठेकेदार को समय
सीमा के भीतर काम पूरा करने का ठेका दिया है, जबकि कई जगहों पर ठेकेदार ने पेटी ठेकेदार को
कार्य सौंप दिया है। ऐसे में पेटी कांट्रेक्टर, मुख्य कांट्रेक्टर व अपनी मार्जिन निकालने के बाद बचत
रकम से गुणवत्ताहीन कार्य करने में लगे हुए हैं। पेटी ठेकेदार कई जगहों पर पैसे बचाने के लिए गड्ढों
की बगैर ड्रेसिंग किए ही पाइपलाइन बिछा रहे हैं, जिससे भविष्य में लीकेज आदि की समस्याएं आने
की संभावना बनी हुई है।
*जांच कराई जाएगी*
जल जीवन मिशन के कार्य में गुणवत्ता का ध्यान रखा जाना है। संबंधित कार्य की जांच कराई
जाएगी।
चन्द्र बदन सिंह
ईई पीएचई कोरिया